tag:blogger.com,1999:blog-4662696190142895447.post1336412852984828778..comments2024-03-17T11:16:10.819+05:30Comments on दीर्घतमा : नेपाल----- मावोवादी और राजा दोनों क़े घृणित समझौतेसूबेदारhttp://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4662696190142895447.post-84509800336772803862010-06-30T01:34:27.292+05:302010-06-30T01:34:27.292+05:30शायद आपकी ईच्छा शीघ्र पुरी होने वाली है। हो सकता ह...शायद आपकी ईच्छा शीघ्र पुरी होने वाली है। हो सकता है कि शीघ्र ही नेपाल के माओवादी दो घडो मे विभाजित हो जाए। हो सकता है कि एक घडा राजा से निकट हो जाए तथा एक वामपंथी धार पर चलता रहे। राजनिति मे संभावनाए अनंत रहती है, स्थितिया बदलती रहती है। <br /><br />जहां तक पुरानी बातो का सवाल है। आपने ठीक कहा की नेपाल मे लोगो को यह आशंका थी कि माओवादी तथा राजा एक हैं। क्योकि माओवादी विद्रोह के कारण सिस्टम फेल हुआ तथा लोकतांत्रिक पार्टीया काम न कर पाई, फलस्वरुप राजा के शक्तिशाली बन कर सत्ता मे आने का रास्ता प्रशस्त हुआ था। राजा बिरेन्द्र की हत्या के तुरंत बाद सुप्त कांतीपुर अखबार मे बाबुराम भटटराई का लेख यह छपा जिसमे लिखा था की उनकी पार्टी तथा राजा बिरेन्द्र मे कार्यगत एकता थी। लेकिन राजा ज्ञानेन्द्र की उन्होने जम कर भर्त्सना हीं की थी। बाद मे भारत के सहयोग से लोकतांत्रिक पार्टीयो तथा माओवादीयो के बीच दिल्ली मे संझौता हुआ। ईस संझौते के कारण राजा के विरुद्ध संयुक्त जनाअन्दोलन हुआ तथा माओवादी सहित लोकतांत्रिक पार्टीया सत्ता पर स्थापित हुई। <br /><br />आपने जो घटनाए बतायी है वह जगजाहिर तथा प्रमाणिक नही है। अतः उनपर विश्वास कैसे करे। वास्तव मे एक आम आदमी के लिए वास्तविकताओ को जान पाना बडा कठिन काम है। किस बात पर विश्वास करे किस पर ना करे यह निर्णय कर पाना कठिन है। ऐसे मे पृथक पृथक राजनितिक अभिष्ट वाले लोग अलग अलग किसीम से कहानिया कहते है - जिससे आदमी और ज्यादा भ्रमित हो जाता है।<br /><br />वैसे आपने यह अच्छी बहस शुरु कर दी है। भारत मे हिन्दुशक्तियो के लिए यह अध्य्यन के लिए दस्तावेज का काम करेगी।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4662696190142895447.post-59888542198839477692010-06-29T19:38:36.691+05:302010-06-29T19:38:36.691+05:30बांमपंथी आतंकवादियों अच्छी खबर ली आपनेबांमपंथी आतंकवादियों अच्छी खबर ली आपनेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02964602014678479457noreply@blogger.com