tag:blogger.com,1999:blog-4662696190142895447.post5881996535615788701..comments2024-03-17T11:16:10.819+05:30Comments on दीर्घतमा : इस्लाम का अंतर युद्ध और मानव जीवन पर उसका प्रभाव --!सूबेदारhttp://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4662696190142895447.post-8672415527023418522023-06-14T12:11:23.299+05:302023-06-14T12:11:23.299+05:30इस्लाम एक संगठित अमानवीय, अप्राकृतिक, उच्छृंखल रैक...इस्लाम एक संगठित अमानवीय, अप्राकृतिक, उच्छृंखल रैकेट है। इस्लाम का आधार ही लुट, सैक्स और ब्याभिचार को स्वीकार्यता प्रदान करना है। इसीलिए दुनियां भर में भ्रष्ट, ब्याभिचारी, लुटेरा इस्लाम से प्यार करता है। Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4662696190142895447.post-67484708950791680842022-08-30T14:26:08.074+05:302022-08-30T14:26:08.074+05:30कई बार पराजित होने के बाद भी बच जाने से ये उस समय ...कई बार पराजित होने के बाद भी बच जाने से ये उस समय के राजा की शक्ति का आकलन कर दुबारा ज्यादा बल के साथ धोखे से युद्ध करते थे।<br />कायरSATYAMhttps://www.blogger.com/profile/15911621910424445111noreply@blogger.com