हिंदुत्व --- दूसरा नाम मानवता है।

                  
१- धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो।
२.सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया ।
सर्वे भद्राणि  पश्यन्तु  माँ  कश्चित्  दुःख भाग भवेत।।

३-हिन्दवः सोदरा सर्वे न हिन्दू पतितो भवेत।
मम दीक्षा हिन्दू रक्षा मम मंत्र समानता।।
४. ओम संगच्छ्ध्वम  सम्बद्धवं संघोंमनांश जानताम, देवा भागम यथापूर्वे संज्ञानाना उपासते।

एक टिप्पणी भेजें

2 टिप्पणियाँ

  1. सेकुलर ग्दार थोड़ी मानेंगे उन्हें तो आतंकवादियों का समर्थन कर गरीबों का खून बहाने की लत लग चुकी है।

    जवाब देंहटाएं