धर्मांतरण और लव जिहाद ने पूरे बिहार को तबाह कर दिया है --------------------!

         

 इस्लाम धर्मांतरण और लव जेहाद मे लगा है-!


पूरा बिहार इस्लाम और ईसाईयों के लिए चारागाह बन गया है जहाँ ईसाई मिशनरियां प्रत्येक पंचायत में विद्यालय के नाम पर चर्च के लिए जमीन खरीद रही हैं पंचयात स्तर पर पास्टर और पादरी की नियुक्ति, सेवा के नाम पर धर्म को ब्यापार बनाने की सजिस, वहीँ मुसलमान बलात धर्मान्तरण और लव जेहाद में लगा हुआ है हिन्दू समाज किंकर्तब्य बिमूढ़ सा बन गया है सेकुलर नेता इसको जायज ठहरा रहे हैं लेकिन वे यह नहीं समझ पा रहे हैं कि जब हिन्दू अपने पर उत्तर आएगा तो कोई भी ताकत उन्हें रोक नहीं सकती, जब हिन्दू मारना शुरू करता है तो फिर मुसलमानों की बहादुरी समाप्त हो जाती है, वैसे पूरी दुनिया इस कौम को आतंकवादी घोषित हो चुकी है, भारत में यदि यही हाल रहा तो यहाँ भी जल्द ही इन्हे गाव-गाव से हिन्दू समाज खदेड़ना शुरू कर देगा, कोई भी सरकार इन्हे बचा नहीं सकती न कोई सेकुलर नेता ही दिखाई देगा बीजेपी में भी जो सेकुलर नेता है जनता उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारेगी। 

 फैक करेंसी का खेल--!

 इस्लाम काबुल न करने पर महिला का उत्पीड़न किया जा रहा है सीतामढ़ी जिले मे एक दलित महिला ने अपने पति पर जबरन धर्म परिवर्तन की कोशिस का आरोप लगाया है, पूपरी थाना के एक पुलिस अधिकारी ने एक अखबार को बताया की यशोदा नाम की दलित महिला ने बताया कि उसके पति ने जबर्दस्ती धर्म बदलने का प्रयास किया उसका कहना था कि उसका पति बमुसकिल 200 रु कमाता था एक दिन उसके हाथ मे 20000रु देखे कहाँ से ये रुपये आए यशोदा का कहना है कि ये रुपये जरूर किसी ने धर्म परिवर्तन हेतु दिये तभी तो रामकिशोर अचानक अब्दुल्ला बन गया उसकी वेश-भूषा बदल जाती है और यशोदा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने लगता है, धर्मांतरण के इस तूफान मे केवल अब्दुल्लाह ही नहीं है इसी गाव का शिवानंद अब सैफ बन गया है दस वर्ष पूरब लव जेहाद मे फंस कर एक मुस्लिम लड़की से शादी इस सर्त पर जब वह इस्लाम काबुल करे, इस प्रकार की घटना यहाँ एक दर्जन से भी अधिक है, पिछले महीने अगस्त मे एक ही जाती की आधा दर्जन लड़कियां लव जेहाद की शिकार हुई।       

 हिन्दू समाज मे जागरण

मधेपुरा के बिहारीगंज मे नाबालिक ब्रह्मा कुमारी पुत्री राजो मण्डल को मुहम्मद हनीफ ने अपना शिकार बनाया, भागलपुर सुल्तानगंज अकिलपुर गाव की नाबालिक लड़की का मुहम्मद इमरान ग्राम दिलगौरी (भागलपुर) ने अपहरण कर बलात धर्मपरिवर्तन जिस पर प्रदर्शन- धर्ना हुआ, मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता अरविंद कुमार अखौरी की नाबालिक पुत्री को इस्तियाक हसन ग्राम -बंगरा थाना मानियरी ने अपहरण किया हिन्दू समाज के जबर्दस्त आंदोलन के पश्चात एक महीने बाद लड़की वापस आई, पूर्णिया की पंद्रह वर्षीय लड़की का लव -जेहाद द्वारा अपहरण ऐसे अनगिनत घटनाएँ हैं जो ''लव नहीं ये सब कुरान-हदीस की शिक्षा का परिणाम है'' जिसे हमारी संस्कृति स्वीकार नहीं करती, धीरे-धीरे हिन्दू समाज सामने आना शुरू कर दिया है अब वे इस प्रकार की घटनाओं को उजागर कर समाज और देश का हित कर रहे हैं, मुजफ्फरपुर मे पिछले छह माह मे आधा दर्जन हिन्दू लड़कियों का शिकार हो चुका है, प्रतिदिन धरना-प्रदर्शन हो रहा है प्रशासनिक अधिकारी सेकुलर सरकार के इशारे पर मामला दबाने मे लगे है लेकिन जब बिस्फोट होगा तो कौन बचाएगा ? सेकुलर नेता वे किसी भी पार्टी के हों मुसलमानों को बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन ये न तो मुसलमानों के हित मे है न ही बिहार के हित मे क्योंकि जब हिन्दू जगेगा तब मुसलमानों की कोई भी सुरक्षा नहीं कर पाएगा।

 ब्यभिचारियों का धर्म जो भारतीयता से मेल नहीं खाता !

१-इस्लाम में तिलक, चन्दन लगाना हराम है लेकिन हिन्दू लव -जेहाद हेतु टीका, चन्दन लगा महिला कालेजों का चक्कर लगते हैं और इस्लाम इसे जायज ठहराता है क्योंकि गैर मुस्लिम लड़की से बिबाह करने से जन्नत मिलती है। 
२- हाथ में कलावा बांधना हराम है लेकिन हिन्दू लड़की फ़साने के लिए जायज है। 
३- सुना है इस्लाम में शराब हराम है लेकिन लव जेहाद में लगे लोग शराब, ड्रग्स सभी का धंधा कर इसका उपयोग कर रहे हैं सब जायज है। 
४- वास्तविकता यह है कि इस्लाम में कुछ भी हराम नहीं जो हिन्दुओ को धोखा देने में सहायक हो सब जायज है दूसरे की बहन-बेटियों की इज्जत लेना ही जन्नत है। 
५- इस्लाम के लिए कुछ भी कर गुजरना ISIS हो अथवा हिज्बुल मुजाहिदीन अथवा कोई और आतंकी संगठन भारत के बिरोध में उसमे भर्ती होना । 
6-लखनऊ मे एक मुस्लिम बुड्ढे ने अपनी लड़की समान बहू के साथ बलात्कार किया सभी मुल्ले अब उसे बुड्ढे की पत्नी और पति को बेटा बनाने पर तुले हैं क्योकि मुहम्मद ने भी अपने बेटे की पत्नी के साथ निकाह किया था, मुजफ्फरपुर जिले के एक गाव से सात वर्ष की कन्या का अपहरण किया कुछ पता नहीं चला इस्लाम मे यह भी जायज है क्योंकि मुहम्मद साहब ने सात वर्ष की आयसा से बिवाह किया था जो-जो मुहम्मद ने किया वह सब जायज है ! जो भारतीय संस्कृति से बिलकुल मेल नहीं खाता भारत मे जिसे ब्यभिचार माना जाता है उसे ही इस्लाम मे शिष्टाचार माना जाता है।

सेकुलर, उर्दू मीडिया, मौलाना सब एक 

पिछले सालों से लव-जेहाद, मुस्लिम आतंकवाद की घटनाएँ हो रही हैं क्या कोई इमाम, उर्दू मीडिया, सेकुलर नेता कुछ बोल अथवा लिख रहे हैं नहीं ? सभी उर्दू अखबार लव जेहाद, इस्लामिक आतंक का किसी न किसी प्रकार समर्थन करते दिखाई दे रहे हैं, 'आईएसआईएस' के आतंकवादी सैकड़ों लड़कियों को सेक्स के लिए गुलाम बनाकर रखे हुए हैं क्या किसी मुल्ला, मौलवी अथवा उर्दू अखबार ने उसकी आलोचना की --! इस कारण इस्लाम का कर्म अथवा ब्यवहार भारतीय संस्कृति के अनुकूल नहीं बैठता। 
      ''अमेरिका जिए हज़ारों साल'' यदि अमेरिका नहीं होता तो सारे विश्व के मुसलमान भारत को तबाह करते और आज भारत तो नहीं होता कोई टुकड़ों में बटा हुआ इस्लामिक देश होता।      

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