मानव बम, कोरोना बम अथवा कोरोना जिहाद

जन्नत का रास्ता

अब समय आ गया है कि भारतीय जनता अपने को पहिचाने नहीं तो केवल भारत का ही नहीं सम्पूर्ण मानवता के लिए संकट उपस्थित हो गया है। सारे विश्व में जो भी आतंकवाद है जो मानव बम बनकर हज़ारों लोगों की जान ले रहे हैं उन्हें कौन तैयार कर रहा है शिया बोर्ड के अध्यक्ष 'वसीम रज़ा' के मुताबिक ये तबलीगी जमात के लोग मानव बम तैयार कर रहे हैं इनकी सजा कम से कम फाँसी इससे कम नहीं, ये शियाबोरके चेयरमैन कह रहे हैं, ये वह कौम है कि जिन्हें 12 वर्षीय 'वीर हकीकत' को तलवार से सिर कलम करने, 'गुरू गोविंद सिंह' के बच्चों को दीवारों में चुनवाने, 'बीर बंदा बैरागी' की जिंदा शरीर में गरम सलाखों से दागने, चमड़े को चमटी से नोचने, 'संभाजी राजे' की आँख में गरम सलाखें डालकर फोड़ने, जबान काटने, उनके टुकड़े-टुकड़े करने मे, इन्हें गाय की हत्या में जन्नत मिलती है, इन्हें प्रत्येक उस कार्य में जन्नत दिखाई देती है जिसमे मानवता पीड़ित होती है इसलिए ये वही कार्य करते हैं।

कोरोना बम

इन समय जब देश में "लॉक डाउन" है एक प्रकार से सारे विश्व में मानवता के लिए खतरा उत्पन्न हो गया हो तो इन्होंने तबलीगी जमात बुलाया केवल दिल्ली में 2500 से अधिक लोग थे, सारे देश में एक अकड़े के हिसाब से कोई दस हजार लोग इस जमात में शामिल थे और ये कर क्या रहे थे तो आप अगर यह समझते हैं कि कोई आध्यात्मिक प्रवचन वहां हो रहा था तो या आप बहुत भोले हैं अथवा बहुत चालाक या मूर्ख, वहां कोई आध्यात्मिक कार्यक्रम नहीं बल्कि वहाँ मानव बम बनायेजा रहे थे पहले का जो मानव बम था वह पचास या सौ लेकिन इस समय ये जो कोरोना बम तैयार किया गया है एक ब्यक्ति सैकड़ों लोगों को मारने की क्षमता रखता है, आपको लगता है कि ये कोई आध्यात्मिक प्रवचन हो रहा था तो वे पुलिस पर हमला डॉक्टर, नर्स पर हमला हॉस्पिटल की नर्षो के साथ अश्लील हरकत करने का प्रयत्न करना, पुलिस पर थूकना ! क्या यही इन्हें तबलीगी जमात में सिखाया गया।

गृह युद्ध की तैयारी

 वास्तविकता यह है कि ये सब गृह युद्ध की तैयारी है आप नहीं समझ रहे हैं तो आप न समझिए ये इस कोरोना के माध्यम से युद्ध कर रहे हैं और एक विशेष ध्यान देने योग्य बात है कि कोई भी बामपंथी मुस्लिम, सेकुलर मुस्लिम, डेमोक्रेट मुस्लिम इस तबलीगी जमात के विरुद्ध एक भी शब्द नहीं बोल रहा है और बोलेगा भी नहीं यदि बोलेगा तो वह काफिर हो जाएगा, अब समय आ गया है कि भारतीय कानून को कड़ाई पूर्वक लागू किया जाय, जैसे स्वर्ण मंदिर में ब्लूस्टार ऑपरेशन हुआ था आज समय की आवश्यकता है कि इन जिहादियों के साथ वही ब्यवहार करना होगा ! जब देश को बचाना है तो कठोर निर्णय करने पड़ते हैं। जिस मुसलमान को लगता है कि हम यहां असहज महसूस कर रहे हैं वे अपने देश जा सकते हैं आखिर देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था यह कहना कि हमने भारत को चुना यह गलत है आपने भारत को इसलिए चुना कि इसे इस्लामिक देश बनाना चाहते हैं इसलिए यहां देश तोड़ने, क़ानून का मजाक उड़ाने, भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री का अपमान करने की छूट नहीं दी जा सकती, इस युद्ध में केवल सरकारी संसाधन ही नहीं तो देश की जनता को सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए, गांव गांव की मस्जिद मदरसों पर निगरानी रखने की आवश्यकता है ये सरकार नहीं कर सकती इसे हमे करना होगा

मानव कौन -? 

जब हम मानव के बारे में विचार करते है टोरा ध्यान में रखना होगा कि मनुष्य कौन है ? मनुश्मृति में तथा वेद सहित सभी ग्रंथो में मनुष्य शब्द का वर्णन है इसलिए हम मनुष्य है कुरान में मोमिन शब्द का वर्णन है इसलिए ये मनुष्य न होकर मोमिन है लेकिन हमारी गलती वहीँ हो जाति है जब हां इन्हें मानव समझने लगते हैं जबकि ये मानव हैं ही नहीं तो इनसे मानवता कि उम्मीद करना मनुष्य के हित में नहीं  !