आओ दिया जलाएं देश बचाएं

सम्राट विक्रमादित्य-पुष्यमित्र शुंग के बाद

बर्तमान में देश एक निर्णायक दौर से गुजर रहा है उसमें हमारी भूमिका हमारा भविष्य तय करने वाला है, सैकड़ो वर्षों बाद यानी यदि हम यह कहें कि ''सम्राट विक्रमादित्य अथवा सेनानी पुष्यमित्र'' शुंग के बाद ऐसा पहला भारत का शासक है जिसे अपने राष्ट्र और देश के बारे में स्पष्ट कल्पना है, देश विभाजन के दौरान मुहम्मद अली जिन्ना ने अंग्रेजों से मांग की थी कि यहां मुसलमानों का शासन था इसलिए यह सत्ता परिवर्तन मेरे पास यानी मुसलमानों के पास होनी चाहिए, लेकिन देश के स्वतंत्रता संग्राम में जो देश का मंच था वह कांग्रेस थी, (ध्यान रहे ये वर्तमान कांग्रेस नहीं) अंग्रेज मजबूर थे जो सत्ता परिवर्तन हुआ वह कांग्रेस के पक्ष में हुआ लेकिन जिन्ना को एक सफलता मिल गई, भारत का एक टुकड़ा पाकिस्तान बन गया। 'जमाते इस्लामी हिन्द' जो भारत का इस्लामी करण करना चाहती थी बड़ी सावधानी से उसने बड़ी संख्या में मुसलमानों को भारत में रोक लिया उन्हें यह पता था कि पाकिस्तान में जो हिन्दू बचे हैं उनको कैसे निपटाना है और उन्होंने उसे करके दिखा दिया जिस पाकिस्तान में हिन्दुओ की 23% संख्या थी आज परसेंटेज में नहीं बची है।

बर्तमान प्रधानमंत्री की कोशिश

70 वर्षों में सेकुलर के नाम पर हिन्दू समाज दो नंबर नागरिक होने के लिए मजबूर थे, सेकुलर के नाम पर गजवाये हिन्द करने के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों रोहनिया घुसपैठ बड़ी योजना से तत्कालीन सरकार ने करवाया, चर्च को दिन दूना रात चौगुना धर्मान्तरण की छूट दी गई। लेकिन ईश्वर को यह मंजूर नहीं था 2014 में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार आ गई पांच साल उसने सिस्टम को ठीक करने का प्रयास किया, उन्होंने 2015 में नोट बंदी लागू किया उससे पाकिस्तान से आने वाली फैक करेन्सी कूड़ा बन गया, देश में दो हज़ार NGO बंद करने का निर्णय चर्च और मदरसे दोनों को परेशानी में डाल दिया, पूरे देश में मखतब, मदरसों में फैक करेंसी को रातों रात जलाना पड़ गया ध्यान में होगा प बंगाल में बहुत हाय तौबा मचाया था, तुरंत बाद GST लागू किया उससे इल्लीगल काम पर रोक लगना शुरू हो गया, हम सभी को पता है कि कोई भी मुसलमान कोई भी इनकमटैक्स नहीं देता था बिना किसी परिमिट के ब्यापार, बिजली का कोई बिल नहीं कटिया लगाकर फैक्टरी चलाते थे किसी अधिकारी की हिम्मत नहीं कि वह कुछ कर सके क्योंकि वे सेकुलरिस्टों के रिश्तेदार होते थे। दुबारा २०१९ में वापसी के बाद तीन तलाक बिल द्वारा लब जिहाद पर रोक लगाने का प्रयास, कश्मीर की धारा ३७० और ३५ऐ समाप्त, अब CAA क्या है सभी मुसलमान जनता है कि इससे कोई नुकसान नहीं है लेकिन वह आर पार की लडाई क्यों लड़ रहा है उसे पता है कि सभी कालोनियां रेगुलर हो रही है जब परिवार रजिस्टर बनेगा तो सब कुछ सरकार के पास रिकार्ड आ जायेगा, तो घुसपैठ मुश्किल होगी, जाँच होगी कि आपके पास तो पंचर की दुकान थी इतनी जमीन कहाँ से खरीदी अब ये परेशानी तो है, कुछ शहर तो ऐसे हैं कि हिंदुओं को जमीन मिल ही नहीं सकती, अब देश को जो इस्लामीकरण का सपना था वह चखना चूर हो रहा है तो बेचारे क्या करे ? अब कोरोना जिहाद वे अंतिम लडाई लड़ रहे है, इसलिए हिन्दुओ आइये हम नरेन्द्र मोदी के साथ देश के साथ एक जुट हो  ।

देश के साथ खड़े हो

अब गजवाये हिन्द अब नहीं हो सकता भारत का इस्लामीकरण अब सम्भव नहीं है इसलिए ये जिहाद कर रहे हैं भारत के किसी कानून को नहीं मानना, संबिधान नहीं मानना कुरान और हदीस के अनुसार चलना, हिन्दुओं को अपमानित करना, मंदिर तोड़ने की मुगलिया मानसिकता से बाहर नहीं निकालना, दुर्गा पूजा, नवरात्रि में मंदिरों पर घंटा नहीं बजने देना, जितना पढ़ा लिखा मुसलमान है वह अधिक खतरनाक साबित हो रहा है कोइ भी मुसलमान आतंकवाद के खिलाफ नहीं बोलना, कोरोना जिहाद के लिए हजारों मुसलमान पूरे देश में मस्जिदों में भरे पड़े हैं कोई मुस्लिम स्कालर नहीं बोलेंगे नहीं तो वे काफिर हो जाएंगे, अब समय आ गया है कि हम अपने यशस्वी प्रधानमंत्री का साथ दे आज 5 अप्रैल को रात्रि 9 बजे 9 मिनट के लिए सभी लाइट बंद करने और दीप प्रज्वलित करने, आइये हम देश हित में देश के साथ खड़े हों।