नानाजी को शतशत नमन

        

             आज पूरा देश नाना जी देशमुख को श्रद्धांजलि देते हुए उनके प्रति कृतज्ञता अर्पित कर रहा है.नाना जी का जन्म महाराष्ट्र में जरुर हुआ .रा.स्व.स.को माध्यम बनाकर अपने आप को राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया .जो भी कार्य मिला उसे मनोयोग स पूरा करने का प्रयत्न किया .दीनदयाल शोध संशाथान के द्वारा समाज के अन्तिम ब्यक्ति को ऊपर उठाने का जो कार्य उन्होंने किया.चाहे वह गोंडा का प्रकल्प हो अथवा चित्रकूट या देश के अन्य किसी भाग में सेवा का जो आदर्श रक्खा शोध किया .उससे पूरा देश उनका ऋणी रहेगा .यदि नाना जी संघ के न होते तो बहुत सारे लोग उनके लिए भारत रत्न की माग करते और उन्हें मिलता भी. ऐसे लोगो को भी भारत रत्न मिला है जो नाना जी को देश सेवा अथवा देश भक्ती को  छू तक नही सकते। मिडिया का क्या कहना आज उनके श्रद्धांजलि में श्री एल के अडवानी से  लेकर कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री के प्रतिधिनी सामिल थे लेकिन यह सब मिडिया को दिखाई नही दिया.
                                      ऐसे महापुरुष को शत शत नमन॥

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1 टिप्पणियाँ

  1. ऐसे महान समाजसेवी और राजर्षि भारतभूमि में समय-समय पर अवतरित होते रहें, ईश्वर से यही प्रार्थना है।

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