कांग्रेस---- की देश भक्ति संदेहास्पद------- दोगला चरित्र है.


          अभी-२ कांग्रेस के प्रवक्ता ने गुजरात के मुख्यमंत्री से स्थिफे की माग की है. कहा है कि नैतिकता के आधार पर उन्हें स्थिफा देना चाहिए। शायद कांग्रेस यह भूल गई की पंडित नेहरू के नाते आज कश्मीर समस्या हो या तिब्बत की अथवा २० लाख हिन्दुओं की लास पर देश क़ा बिभाजन १९८० -८१ मे असम क़ा चुनाव, लासो पर खड़ी होकर सरकार बनाना श्री मती इंदिरा गाँधी की हत्या के पश्चात् श्री राजीव गाँधी के इशारे पर १० हज़ार सिक्खों की हत्या की गयी, लाखो बेघर हो गए । राजीव जी ने बयान दिया की जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो कुछ तूफान उठता ही है. तब नैतिकता के आधार पर किसी ने स्थिफा नहीं दिया। जहा तक गोधरा क़ा प्रश्न है सभी को पता है की मुसलमानों ने योजना बद्ध तरीके से ट्रेन में आग लगाई थी उसके बाद तो दंगा होना ही था यदि हिन्दू प्रतिक्रिया नहीं करता तो दुनिया में हिन्दुओं क़ा जीना दूभर हो जाता। 
           कांग्रेस पार्टी को देश भक्ति से कोई मतलब नहीं है यह देश के साथ बिदेसी जैसा ब्याहर करती है, यह स्वाभाविक भी है क्यों की सोनिया को भारत और भारतीय संस्कृति से क्या मतलब--? वे अच्छी तरह जानती है की हिंदुत्व खत्म होने पर भारत अपने आप खत्म हो जायेगा उसी दिशा में सोनिया गाँधी क़ा मिशन चल रहा है, लेकिन शायद कांग्रेस भूल जाती है की भारत कई बार ऐसे संकतो से उबार चूका है । कांग्रेस मोदी क़ा राजनैतिक अस्तित्व समाप्त करना चाहती है. नरेन्द्र मोदी तो भारत के रोल मोडल है उन्होंने जो गुजरात क़ा बिकास किया है उसे पूरा देश देख रहा है वे तो भारत के भविष्य है। यहाँ सिकंदर, सैल्युकश, मुस्लिम आक्रान्ता और अंग्रेजो को भी पराजित होना पड़ा- यह वह भूमि है .सोनिया को भूलना नहीं चाहिए और कांग्रेस को अपनी दोगली निति को त्यागनी चाहिए।

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1 टिप्पणियाँ

  1. कांग्रैस तो जिंदा ही नफरत पर है श्रीमान....गोधरा और गुजरात के दंगों को देश भूल चुका होता पर कांग्रैस ऐसा नहीं चाहती है.....और कृपया ये शब्द पुष्टिकरण हटा दें अन्यथा हम फिर कभी आपके ब्लोग पर टिप्पणी करने नहीं आयेंगे

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