सादर वन्दे !यही सच्चाई है. इसी पर किसी ने क्या खूब कहा है कि,तेरे अपने भी वक्त का चलन देंगेछीनकर तेरी दौलत बस दो ही गज कफ़न देंगे.रत्नेश त्रिपाठी
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सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंयही सच्चाई है. इसी पर किसी ने क्या खूब कहा है कि,
तेरे अपने भी वक्त का चलन देंगे
छीनकर तेरी दौलत बस दो ही गज कफ़न देंगे.
रत्नेश त्रिपाठी