हिंदुओ सावधान ---! कोशी अंचल (बिहार) के कश्मीर बनाये जाने का खतरा-!

         

सीमांचल कश्मीर बनने को तैयार--!

          भारत की आत्मा धर्म है धर्म केवल सनातन हिन्दू धर्म ही धर्म की परिभाषा मे आता है इस धर्म संस्कृति ने सारे विश्व को मानवता का उपदेश दिया जिसने 'कृणवंतों विश्वमार्यम' हम सारे जगत को श्रेष्ठ बनाएगे, हमने 'सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया' सभी सुखी हों सभी निरोगित हों इस समाज ने अपने को इस चरित्र मे ढाला, जिसने एक सनातन राष्ट्र का निर्माण किया 'वयं राष्ट्र जाग्रयाम पुरोहिता' (ऋग्वेद) जिसे हम हिन्दू राष्ट्र भी कहते हैं लेकिन जब किसी देश की मूल बहुसंख्यक जनसंख्या घटनी शुरू होती है तो वहाँ की संस्कृति समाप्त होती है तब राष्ट्रियता पर संकट आता है आज भारत इसी रास्ते से गुजर रहा है जो चिंतनीय ही नहीं विचारणीय भी है ।

सिमटता हिदुत्व---!

लेकिन आज यहाँ की मानवता खतरे मे है कुछ विशेषज्ञों का कहना है की यदि भारतीय संस्कृति समाप्त हुई तो विश्व की मानवता समाप्त हो जाएगी, कभी हिमालय भारत वर्ष के बीच मे हुआ करता था अब अप समझ सकते हैं की भारतवर्ष कितना विशाल क्षेत्रफल का था कभी महाराजा चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का शासन अरब देश तक था, सम्राट चन्द्रगुप्त, बिन्दुसार और पुष्यमित्र शुंग का शासन तिब्बत से श्रीलंका इन्डोनेशिया तक अरब देश से ब्रम्हादेश तक था लेकिन भारत क्यों छोटा हुआ जहां जहां भारतीय संस्कृति यानि हिन्दू घटता गया भारत काटता गया यह समझना जरुरी है की अकबर के जो नवरत्न थे सभी को इस्लाम स्वीकार करना पड़ा था जिसको सेकुलर कहते हैं इसीलिए जब गांधी जी ने अली बंधुओं से यह पूछा की हिन्दू मुस्लिम एकता कैसे संभव है तो अली बंधुओं ने बताया की जिस दिन सभी हिन्दू इस्लाम स्वीकार कर लेगे तभी एकता संभव है आज के सेकुलर नेता इसी रास्ते पर हैं, देश बिभाजन के पश्चात 1951 की जनगणना से 2011 की जनगणना मे प्रत्येक वर्ष एक प्रतिशत हिन्दू घटता गया है 1951 मे हिंदुओं की संख्या 87% थी जो आज यह घटकर 79.80% रह गयी है ।

बढ़ती मुस्लिम जनसंख्या के खतरे --!

भारतीय खंड मे 1881 से लेकर आज तक 13 वार जनगणना हुई है प्रत्येक वर्ष हिन्दू (हिन्दू, बौद्ध, सिक्ख, जैन) जनसंख्या एक प्रतिशत घटी है, 1881 से 2011 तक हिन्दू 13% घटा है, जिन जिलों मे हिन्दू संख्या घटी है वहीं क्षेत्र विभाजित होकर 1947 मे पाकिस्तान मे चला गया 47 मे मुस्लिम 24% थे जिन्हे 30% भूभाग दिया गया, 1947 मे मुस्लिम 9% थे आज के भारत मे 14.5% मुस्लिम जनसंख्या हो गयी है ।

और सिसकता बिहार---!

मै बिहार की चर्चा चाहता हूँ जहां बंग्लादेशी घुसपैठियों की बाढ़ सी आ गयी है जनसंख्या का संतुलन बिगड़ रहा है कहीं-कहीं तो 'बृहत्तर बंग्लादेश' की बात होने लगी है और कहीं-कहीं इस क्षेत्र को कश्मीर कहने लगे हैं, जहां किशनगंज मे मुसलमानों की संख्या 78%, अररिया मे 43%, पूर्णिया मे 39% और कटिहार मे 45% हो गयी है वहीं झारखंड के साहब गंज मे 35% और पाकुड़ की 36% है नेपाल की सीमा से जुड़ा हुआ जो इलाका है जैसे सितमढ़ी 22%, दरभंगा की 23%और चंपारण मे 22% हो गयी है, बिहार के कोशीअंचल की हालत ठीक नहीं है इस क्षेत्र मे लगता ही नहीं की ये भारत का हिसा है।

कश्मीर की तर्ज पर हिन्दुओ पर हमले---!

 कटिहार जिला का "वारसोई" के बगल 'तलवा' नाम के गाँव पर ईद की नमाज के पश्चात पाँच हज़ार मुसलमानों ने गाँव को जलाया, लूटा, हिंसा किया पुलिस को भी पीटा कोई कार्यवाही नहीं हो पायी, किसंनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार के देहाती क्षेत्रों मे हिन्दुओ का रहना अपनी इज्जत बचाना मुसकिल सा हो गया है हिंदुओं की बहन-बेटियाँ सुरक्षित नहीं है सभी हिंदुओं को अपने घर मे 'बधना' रखना पड़ता है सभी को 'लूँगी' पहनना पड़ता है इतना ही नहीं जब गरीब हिन्दू मर जाता है तो मुस्लिम गुंडे उसे जलाने नहीं देते लगता ही नहीं की ये भारत का हिस्सा है, अररिया, पूर्णिया और मधेपुरा जिले के संगम (वार्डर) पर एक चकमका गाँव है जो बहुत बड़ा है अभी 6 महीने किसी कारण बस पुलिस को छापा मारना पड़ा जो पुलिस को भारी पड़ा पुलिस बैन पर हमला हो गया सारे हथियार छीने लिए बुरी तरह पुलिस की पिटाई हुई अधमरा करके छोड़ा किसी तरह रायफल तो वापस कर दिया अभी तक राइफल की मैगजीन आज भी नहीं दिया कोई कार्य वही नहीं आखिर नितीश सरकार सेकुलर (इस्लामिक) हैं न, इसका आम हिन्दू जनमानस पर क्या प्रभाव पड़ेगा--? इतना ही नहीं कटिहार जिले के बलरामपुर प्रखण्ड का 'ताला-सोना' गाँव जो घनी मुस्लिम आवादी क्षेत्र मे पड़ता है उस गाँव की महिलाओं को रखैल बनाकर रखा है किसी भी हिन्दू लड़की का बिवाह नहीं होने देते चारो तरफ के मुस्लिम गुंडे जिस घर की औरत को जब चाहते हैं उठा लेते हैं कोई कुछ नहीं बोल सकता परंपरा सी बन गयी है, "किसंनगंज" के "कोचाधामन" की हालत तो और बदतर है इन क्षेत्रों मे कोई भी मुसलमान अपने को हिन्दू लड़कियों पर अपना अधिकार समझता है।

 सरकारी कृत्य भी राष्ट्र बिरोधी---!

 सीमांचल मे राज्यपाल द्वारा एक अध्यादेश जारी है की शुक्रवार को आधे दिन अवकाश रहेगा सभी विद्यालयों मे प्रार्थना नहीं होती राष्ट्र गान और गीत भी नहीं होती यहाँ की हालत बद से बदतर है यह हिस्सा भविष्य का कश्मीर बनाने को तैयार है "हिन्दू पलायन" करने को मजबूर हो रहा है बीजेपी ने भी आग मे घी डालने का काम कर रही है चाहे अलीगढ़ विवि का मामला हो चाहे "पशु बध शाला" का इतना ही नहीं कोचधामन मे बीजेपी ने एक बंगलादेशी को विधान सभा का टिकट दिया अब हिन्दू क्या करे यह विचारणीय है-? यह क्षेत्र बचेगा की नहीं ---- हिन्दू समाज को जगाना ही एक उपचार है और कुछ भी नहीं----हिन्दू समाज को अपने देश की रक्षा स्वयं करनी होगी उसे खड़ा होकर संघर्ष करना होगा ! महर्षि दयानन्द सरस्वती ने उन्नीसवीं शताब्दी मे ही कहा था ''भारत केवल भारतियों का" यह बात हमे ध्यान रखना होगा-!                       

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1 टिप्पणियाँ

  1. इस बात को मिडिया मे प्रकाशित करवाया जाए ताकि सभी लोग जान सके ।

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