लाफिंग स्टेट
जहाँ भारत सदियों से बाह्य आक्रमणों का गवाह रहा है हमारे पुर्बजो ने अक्रमंकरियो को मुहतोड़ जबाब ही नहीं दिया बल्कि बदले उनकी लडकियों से बिबाह कर समझौते भी किये, लेकिन आज आये दिन चीन और पाकिस्तान से बराबर धमकिया मिलती रहती है, दुनिया में भारत भीरु और लाफिंग स्टेट बनकर रह गया है हम हंसी के पात्र हो गए है, ऐसा नहीं की हमारी आर्थिक स्थित ठीक नहीं हम भूखे मर रहे है ऐसा भी नहीं की हमारी सेना देश की सीमा की रक्षा करने में सक्षम नहीं है आज भारत दुनिया की चौथी आर्थिक ताकत और परुमाणु क्लब में सामिल है, लेकिन हमारा नेतृत्व सुन्यबादी (सेकुलर ) यानी नपुंशक होने के कारन इस दशा में हम पहुच गए है।शून्यवाद का परिणाम
भारत हिन्दू राष्ट्र होने के बावजूद धर्मनिरपेक्ष (नपुन्सको) वादियो का गुलाम हो गया है इसका हिन्दू परिणाम भोगना शुरू कर दिया है, मै कुछ घटनाओ का वर्णन करता हूँ बिहार की राजधानी पटना का BIP नगर पाटलिपुत्र -बोरिंग रीड में दसियो मंदिरों को तोड़ कर नष्ट कर दिया गया कोई सुनने वाला नहीं वही हाईकोर्ट परिसर में मजार पर मुख्यमंत्री चादर चढाते है यह क्या है ? मुजफ्फरपुर की एक मजार पर सरकारी चादर पोसी की जाती है क्या किसी मंदिर पर सरकारी पूजा होती है ? यदि ऐसा करने का कोई प्रयास करता है तो यह सांप्रदायिक हो जाता है सुन्यवाद यानी धर्मनिरपेक्ष हिंदुत्व को समाप्त करने का षणयंत्र के अतिरिक्त कुछ भी नहीं, सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर मंदिरों को तोडना लेकिन किसी मस्जिद को कोई नुकसान नहीं मुजफ्फरपुर- पटना फोरलेन पर फकुली गाव में सड़क दोनों तरफ मस्जिद बनी हुई है उसे नहीं तोडा गया वहाँ करोणों रुपया खर्चकर ओबर- बृज बनाया जा रहा है, यह सब कृत्य हिन्दुओ का मनोबल को तोड़ने वाला ही नहीं बल्कि बिधर्मियो, ISI और देशद्रोहियों का मनोबल बढ़ाने वाला है।
पटना में मंदिरों की तोड़ फोड़
बुद्ध से गाधी-नेहरु तक जो सुन्यबाद यानी नपुंसकवाद का पाठ हिन्दुओ को पढाया गया और राजनीती में उसका इतना प्रभाव बन गया की आज भारतीय राष्ट्रवाद अप्रसांगिक होता नजर आ रहा है जहाँ हिन्दुओ की उदारता भारत के लिए घातक बन रही है वही इस्लाम और चर्च की आक्रामकता भारत के लिए खतरे की घंटी है, राजनेता सेकुलर के नाम पर हिन्दू बिरोध, भारत बिरोध कर इस्लाम के पक्ष में खड़े ही नहीं तो देशद्रोही गतिबिधियो को प्रोत्साहन करते दिखाई दे रहे है, अलीगढ मु.वि.वि. बिहार के किसनगंज में जनजातियो की जमीन जबरदस्ती लेकर बिहार सरकार वि.वि. खोलने जा रही है, यह वह स्थान है जहाँ अब कोई हिन्दू किसी भी पार्टी से चुनाव नहीं जीत सकता, बिहार में सरकार मंदिर तोड़ो अभियान ले रखी है पटना में दसियों मंदिर-बोरिंग रोड चौराहा मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, मीठापुर बसस्टैंड मंदिर, चिरैया ताड़ मंदिर, बहादुरपुर मंदिर, साईं मंदिर पाटिलीपुत्र, छज्जुबाग मंदिर, पुनाईचक देविमंदिर और बेलीरोड़ स्थित महावीर मंदिर को तोड़ डाला मधुबनी विश्व प्रसिद्द विद्यापति के आराध्य ''उगना महादेव'' प़र सावन और भादौ में मुसलमानों ने जल चढाने नहीं दिया जिसने बिरोध किया उसे जेल की हवा खानी पड़ी यही है सेकुलर---! हाइवे पर कितने मंदिर तोड़े गए किसी को पता नहीं क्या सरकार ने किसी मस्जिद को तोड़ने की हिम्मत दिखाई है ?योजनावद्ध घुश्पैठ
नपुंशक नेताओ के कारण असम में अस्सी लाख हेक्टेयर भूमि पर विदेशी बंगलादेशी घुसपैठिये कब्ज़ा किये हुए है १९७१ में असम में ४% मुस्लिम आबादी थी आज वह बढ़कर ३५% हो गयी है वे हिन्दुओ को भगाकर असम को कब्ज़ा करना चाहते है असम का हिन्दुओ पर हमला केवल यही नहीं रुका भारत में फैले तीन करोण बंगलादेशियो ने मुंबई, पुणे, अलाहाबाद, लखनउ, हैदराबाद इत्यादि स्थानों पर हिन्दुओ को चुनौती ही नहीं दी बल्कि यहाँ के मुसलमानों ने खुले आम उनके साथ खड़े होकर भारत को चुनौती दी, हमारे नेता केवल ISI पर आरोप लगाकर चुप्पी साध लेते है यही सुन्यबाद है यही सेकुलरवाद है ।
बिहार आतंकवाद का केंद्र
बिहार सरकार तो और सेकुलर है देशद्रोह करना ही सबसे बड़ा सेकुलर का प्रमाण है भारत में कही कोई आतंकबादी हमला होता है तो उसके तार बिहार से जुड़े होते है कर्णाटक में आतंकबादी हमले में बिहारी मुसलमान को जब वहां की पुलिस पकड़कर ले गयी तो यहाँ के मुख्यमंत्री ने बड़ा ही शोर मचाया जिस गाव से आतंकी पकड़ा गया था एक सप्ताह के अन्दर ही सउदिया अरब में उसी गाव से दूसरा आतंकबादी पकड़ा गया मुंबई में बंगला देशियो के समर्थन में जो तोड़फोड़ हुई उसमे भी मधुबनी और बैशाली के मुसलमान सामिल थे, मुंबई की पुलिस उन्हें पकड़कर ले गयी नितीश कुमार ने आतंकियों के पक्ष में बोला हाय-तोबा मचाया नितीश बिहार को आतंकबादियो की शरण स्थली ही नहीं सबसे सुरक्षित और आतंकबाद की नर्शरी बना रहे है अब यहाँ के मुसलमान हिन्दुओ को बिहार से भगाने के प्रयास में है।