भारत के खिलाफ षड़यंत्र
- "कहा जाता है कि इसरायल दुश्मनो से घिरा हुआ है तो भारत दुश्मनों से भरा हुआ है।" भारत ने लगभग एक हजार वर्ष संघर्ष करके अपने अस्तित्व को बचाकर रखा हुआ है। यदि भारत अपने दुर्भाग्य को कोसे तो ध्यान मे आता है कि कोई ढाई हजार वर्ष पूर्व सम्राट अशोक ही उसके जिम्मेदार था, कारण उसके अंदर हीन भावना की ग्रंथी पैदा हो गई थी इस कारण उसने बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया था। बौद्ध होने के पश्चात् देश की सीमा सुरक्षा को उपेक्षित करके विश्व शांति का फर्जी ढोंग करना शुरू कर दिया परिणाम स्वरुप सेना शस्त्र विहीन हो गई बौद्ध धर्म गुरू कहिल हो गए राज्यश्रित धर्म होने के कारण जनता कहिल हो गई जीवनयापन बौद्ध गुम्बा में बिना कुछ किये भोजन। हद तो तब हो गई जब बौद्ध भिक्षु -भिक्षुणीया एक साथ रहने लगे और ब्याभिचार ब्याप्त हो गया।
ऐतिहासिक बृतांत
बौद्ध धर्म का स्वरुप धीरे -धीरे नास्तिक और फिर बामपंथी लेने लगे और अब वे भारत मे अर्बन नक्सली के नाम से जाने जा रहे है। सारे विश्व में अराजकता फैलाने का इनका मुख्य कार्य है जबकि सारे विश्व में जहाँ कहीं दिवास्वप्न दिखाकर सत्ता में आये जन और धन दोनों का नुकसान किया। जब सोबियत रूस में लेनिन सत्ता में नरसंहार के बल आये और लेनिन, स्टालिन ने मिलकर लगभग चार करोड़ लोगों की हत्या की, सारे विश्व में झूठे प्रचार करना शुरू किया परिणाम यह हुआ कि रूस चौदह टुकड़े में बट गया एक -एक ब्रेड के लिए एक -एक किलोमीटर की लाइन लगना शुरू हो गया। चीन में तो मोऊंचेतुंग ने तो जबरदस्त नरसंहार किया इन्होने भी लगभग पांच करोड़ लोगों की हत्या किया आज अपने को बड़ा सम्पन देश बताने में कोई हिचक नहीं है लेकिन विश्व में सर्बाधिक सस्ता लेबर चीन में उपलब्ध है कोई मजदूर यूनियन नहीं है।
अर्बन नक्सलियों का षड़यंत्र
चाहे पश्चिम के देश अमेरिका हो अथवा यूरोप के देश या फिर बामपंथी देश सभी की दृष्टि भारत पर लगीं हुई है उन्हें भारत की प्रगति बर्दास्त नहीं हो पा रही है। आज भारत पहले वाला भारत नहीं है पहले के भारतीय प्रधानमंत्री को अमेरिकन राष्ट्रपति से मिलने के लिए लाइन में लगना पड़ता था भेंट होगी की नहीं कुछ मालूम नहीं लेकिन आज दुनिया के देशो को भारतीय प्रधानमंत्री से मिलने के लिए लाइन में लगते हैं आज अमेरिका का राष्ट्रपति भारत के प्रधानमंत्री से दौड़कर मिलता है। ये सभी देशों तथा घर के भीतर बैठे राष्ट्रद्रोहियों को बर्दास्त नहीं हो रहा है षड्यंत्र पर षड्यंत्र कर रहे हैं, इन्हें भारतीय प्रगति व विश्व में बढ़ती भारतीय प्रतिष्ठा दिखाई नहीं दे रही है। सन दो हजार 11-12 में कुछ NGO को पश्चिमी देशों ने प्रमोट किया जिन्हे विदेशों से जबरदस्त फडिंग हुई विश्व के कई देशों में सत्ता पलट भी हुए, भारत में एक सीधे सादे ब्यक्ति अन्नाहज़ारे को NGO के लोग अरबिंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, योगेंद्र यादव इत्यादि लोगों ने ठगा और अन्ना हज़ारे के नेतृत्व में आंदोलन चलाया यहाँ कुछ खास नहीं हो सका। लेकिन इन अर्बन नक्सलीयों को शायद यह पता नहीं था कि ये देश सनातनियों का देश है छोटे -मोटे आंदोलन से यहाँ कुछ नहीं हो सकता। दिल्ली के विधानसभा के चुनाव में झूठ बोल बोल कर सत्ता हासिल कर लिया अब घोटाले पर घोटाला हो रहा है अरबिंद केजरीवाल सहित मंत्रिमंडल के कई सदस्य तिहाड़ जेल से सरकार चला रहे हैं।
भारत के प्रथम तानाशाह
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री राष्ट्रद्रोही थे उन्हें राष्ट्रीयता छू तक नहीं पायी थी, उन पर बामपंथ का प्रभाव था उन्हें भारतीय संस्कृत, भारतीय धर्म और भारत अच्छा नहीं लगता था। वे प्रत्येक मामले चाहे देश का हो अथवा विदेशी का सभी को बामपंथी चश्मे से देखते थे परिणाम स्वरुप भारत को सेकुलरिज्म का वह चोला पहना दिया जिसे भारत आज तक झेल रहा है। देश में प्रथम नान डेमोक्रेट प्रधानमंत्री थे गाँधी जी भारत के प्रथम तानाशाह थे जिन्होंने नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया। नेहरू ने ऐसा ढाँचा खड़ा किया कि कांग्रेस में उनके परिवार के अतिरिक्त किसी का प्रभाव नहीं हो सकता। ये खानदान धीरे- धीरे बुद्धिहीन और देशद्रोही होता चला गया आज विदेशों के इशारे पर भारतीय संस्कृत का बिरोध, भारतीय धर्म का बिरोध, भारतीय सेना का बिरोध, भारतीय स्वाभिमान का विदेशों में हंसी का पात्र बनाना ऐसा नेहरू का वारिस राहुल गाँधी है उन्हें देश के बारे में कुछ भी नहीं पता। इनके सलाहकार सभी विदेशी हैं कोई भी भारतीय गांव का ब्यक्ति राहुल गाँधी को देखकर भारतीय नहीं बता सकता, बोली, भाषा, रहन, सहन सब कुछ विदेशी और ये विदेशी हाथ के खिलौना बनकर भारत में अराजकता फैलाना यही काम रह गया है इनकी सोच है कि मै नेहरू खानदान में पैदा हुआ हूँ तो सत्ता पर केवल मेरा अधिकार होना चाहिए।
सभी षड़यंत्रकारी एकत्रित
हिंदू समाज संघर्ष के लिए तैयार
अब बांग्लादेश के हिंदुओं ने तय कर लिया है कि यदि हमे मरना ही है तो मार कर मरेगे, बांग्लादेश का हिंदू कश्मीरियों के सामान पलायन न करके संघर्ष करना स्वीकर किया। देश के कई भागों में बांग्लादेश के हिंदुओं के समर्थन में प्रदर्शन हुए हैं और अभी भी जारी है। हिंदुओं का ढाका बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सात लाख हिंदुओं का प्रदर्शन वहां के सरकार को झुकने को मजबूर कर दिया है वहां के गृह मंत्री ने माफी मांगी है और मंदिरों की हिंदुओ की सुरक्षा का वायदा भी किया है। आज समय बदला है विश्व में कही भी हिंदू समाज पर संकत आता है तो भारतीय हिंदू समाज उसके साथ खड़ा होने का प्रयास करता है अभी भारत में प्रत्यक्ष दिखाई दे रहा है। हिंदू समाज संघर्ष करेगा अपने धर्म के लिए, हिंदू समाज लड़ेगा अपने देश के लिए वह हथियार उठाएगा अपने समाज के लिए। बांग्लादेश का हिंदू भागेगा नहीं बल्कि बांग्लादेश में ही अलग हिंदू होमलैंड की मांग करेगा और सारे विश्व का हिंदू उसके साथ खड़ा होगा।
"अब हिंदू भागेगा नहीं संघर्ष करेगा और विजई होगा।"
1 टिप्पणियाँ
हिंदू जगे तो विश्व जगेगा 🙏🚩🛕🇮🇳
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर
बहुत ही मार्मिक
भारत माता की जय