
सहनशीलता का परिणाम
हिन्दुओ को लगातार अपमानित करने क़ा फैसन चल पड़ा है जब किसी को कोई प्रसिद्धि प्राप्त करना होता है तो उसके निशाने पर हिन्दू ही होता है। एम्.ऍफ़.हुसेन को भी भारत माता क़ा नंगा चित्र बनाना पड़ता है या हिन्दुओ को और भी अपमानित करने हेतु सरस्वती माता जो विद्या की देवी है उनका भी नंगा चित्र बनाया। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री की बेटी जो तथाकथित इतिहासकार भी है ने लिखा की सीताजी के लक्ष्मणजी के साथ नाजायज सम्बन्ध थे, हनुमान एक बन्दर था जो बहुत ही कामुक था इसमें परेसान होने की कोई बात नहीं है क्योंकी सेकुलर क़ा अर्थ हिन्दूधर्म व भारतीय संस्कृति क़ा बिरोध करना--?बामपंथी अराष्ट्रीय
बामपंथी सरकार से अलग होने पर भी उच्चतम शैक्षिक शंस्थानो से उन्हें हटाया नहीं गया है हिन्दू बिरोध करना ही उनका प्रथम कर्तब्य है। बामपंथियो को कोई भी भारतीय, राष्ट्रीयता परक सामग्री अच्छी नहीं लगती, अभी हाल में सर्बोच्च न्यायालय ने एक फैसले मे कहा है की शादी से पहले लड़की, लड़का एक साथ रह सकते है, नजीर के तौर पर जज महोदय ने भगवान कृष्ण और राधा क़ा उदहारण दिया है, यह क्या है- ? न्यायलय से लेकर नेता, बिधर्मी सभी हिन्दू समाज का अपमान करने में जुटे है, हिन्दुओ के धैर्य की कब तक परीक्षा ली जाएगी, हुसेन ने मुहम्मद क़ा तो अभी-तक कोई भी नंगा चित्र बनाकर अपने कला क़ा प्रदर्शन किया।
3 टिप्पणियाँ
Ek acchi post. Hame sath milkar ke chalna hoga aur har jurm ke khilaf avaj uthani hogi.
जवाब देंहटाएंaapka apane dharm samaaj,bharat mata ke prati prem ,lagav dekhkar vastav me man ko bahut acha laga...jo kuch bhi aapane apne lekh me likha hai wo shat pratishat sahi hai.sachchai se bhari ek sundar post ke liye badhai
जवाब देंहटाएंवाह क्या लेख लिखा है आपने ! पर भैंस के आगे बीन बजाने से क्या फ़ायदा ! सो रहे है सोने दो
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