पाकिस्तान, बंगलादेश में हिन्दुओ पर अत्याचार और भारत में भी गुलामी जैसी स्थिति, अपने ही देश में नंबर दो क़ा नागरिक होने को मजबूर------!

      हजारो साल पहले जब भारत सुखी ,सम्पन्न बैभव शाली था सम्पूर्ण  विश्व ललचाई आखो से हमारी तरफ देखता था उस समय सर्वे भवन्तु  सुखिनः,मुंडे-मुंडे मतिर्भिन्ने क़ा स्वर सुनाई देता था आज भी हमारा हिन्दू समाज उसी प्रकार ही सोचता है उसका संस्कार उसे बाध्य करता है लेकिन आज हिन्दुओ को सोचना पड़ेगा नहीं तो पाकिस्तान व बंगलादेश में उसके साथ जो अमानबिया ब्योहार हो रहा हैउसे रोकने क़े  लिए इस्लामाबाद पर कोई दबाव बनाने वाला नहीं है पाकिस्तान सरकार क़े सहयोग से  वहा हिन्दुओ पर अत्याचार किया जा रहा है.हिन्दुओ को घरो से जबरदस्ती बाहर निकाल कर बेरहमी से पीटा  जाता है उन्हें भारत चले जाने की हमेसा धमकिया मिलती रहती  है आए दिन सिंध व अन्य प्रान्त में घटनाये होती रहती है पहले पाकिस्तान में अपना धन संपत्ति क़े लोभ में लगभग एक करोर हिन्दू व सिख रह गए थे आज उनकी संख्या केवल २५ लाख  बची है वे सभी असुरक्षित है उनको न तो कोई अधिकार है न कोई सुबिधा किसी भी सभ्य समाज में धार्मिक स्वतंत्रता क़े अधिकार से समझौता नहीं हो सकता इस अधिकार को कम भी नहीं किया जा सकता पर पाकिस्तान ,बंगलादेश में हिन्दुओ को धार्मिक आज़ादी नहीं है पाकिस्तान से आने वाले हिन्दुओ क़ा कहना है की वहा मंदिर ,गुरुद्वारों को सरकारी योजना से तोडा जा रहा है इतना ही हिन्दुओ को भारत की जासूसी करने क़े लिए मजबूर किया जाता है अनेक मंदिरों व गुरुद्वारों को मखत्ब मदरसों में तब्दील किया जा चुका है हिन्दुओ पर धर्म परिवर्तन क़े लिए दबाव डाला जाता है आखिर एक करोड़ में आज केवल २५ लाख ही बचे वे कहा गए या तो भारत भाग कर आ गए अथवा उन्हें जबरदस्ती मुसलमान बना लिया गया हिंदू लड़कियो को तो आए दिन उठा लेना कोई खास बात नहीं .
       बंगलादेश में कोई ६-७ वर्ष पहले दुर्गा पूजा नहीं होने पाई सारी की सारी मूर्तियों को तोड़ डाला गया हिन्दुओ को निर्दयता क़े साथ मारा -पीटा गया हम सभी ने तसलीमा नसरीन की पुस्तक लज्जा पढ़ ही चुके होगे बंगला देश में तो वह रह ही नहीं सकती सेकुलर क़े नाम पर भारतीयता क़े दुसमन यहाँ भी रहने क़ा वीसा दे रहे एक पत्रकार लेखक ने अपनी पुस्तक [शर्मनाक,हादसा]में यह उल्लेख किया है की मुस्लिम सोच कैसी है कोई भी ऐसी हिन्दू लड़की नहीं है जिसके साथ बलात्कार नहीं हुआ  है और केवल बलात्कार ही नहीं अधिकांस लड़कियो क़े बलात्कार क़े पश्चात् उनके गुप्तांगो में बास व लाठी की छोटे टुकड़े डालना आम बात है जिस बंगला देश को भारत ने आजाद कराया वह आज भारत क़ा नंबर एक क़ा शत्रु है आखिर ये सब क्या है वास्तव में यही इस्लाम की सोच है क्यों की मुहम्मद ने अपने जीवन में एयासी बलात्कार अत्याचार को ही प्रमुखता दी जब बंगला देश बना था तब वहा हिन्दुओ की संख्या ३६ प्रतिशत थी आज केवल ९ प्रतिशत बची है जिनकी हालत बाद से बदतर बनी हुई है  .
        हम आपको सेकुलर भारत बिरोधी सरकार की करनी बता रहे है कर्णाटक में एस.एम्.कृष्ण मुख्यमंत्री थे हाईकोर्ट की एक जनहित याचिका  क़े आदेश पर सरकार ने बताया की मंदिरों क़े आय क़ा ७८ प्रतिशत भाग अल्पसंख्यक कल्याण क़े लिए जाती है इतना ही नहीं कांग्रेश क़े एस,आर.रेड्डी जो ईशाई मुख्यमंत्री थे उन्होंने एक ईशाई महिला को बालाजी तिरुपति मंदिर बोर्ड क़ा अध्यक्ष बनाया उस महिला ने मंदिर क़ा सारा धन हिन्दुओ क़ा धर्मान्तरण हेतु चर्च को सेवा क़े नाम पर देते रहे और भगवान क़े नाम पर सात पहाड़ है जिसमे तीन पहाड़ो को ईशाई क़ा कब्ज़ा कराने क़ा प्रयत्न किया ,कांग्रेश क़े ही शासन काल में बिहार में धार्मिक न्यास बोर्ड क गठन  हुआ सारे मठ मंदिरों को एक कांग्रेसी हरिहरानंद क़े नेतृत्व में कब्ज़ा कर लिया आज मठो क़े महंत केवल दिखाने  क़े लिए है वास्तव सरकार क़ा ही कब्ज़ा है इस समय बोर्ड क़े अध्यक्ष किशोर कुनाल है जो नरसिंहरोंव क़े कहने पर राम मंदिर क़े बिरोध में रामालय ट्रष्ट में सक्रिय थे की श्रीराम मंदिर न बनने पाए ,बोर्ड की आय क़ा बहुत सारा धन हज कमिटी को जाता है कुछ लोगो क कहना है की इस पैसा क़ा उपयोग मदरसा क़े लिए किया जाता है .
        भारत  में सर्बाधिक आय वाला मंदिर वैष्णो देवी मंदिर है जिसके  धन से आतंक बादियो  को सुख-सुबिधा व बेतन दिया जाता है हिन्दुओ की हालत ऐसी है हमारे धन से आतंक बाद चलाने की साजिस वा हमारे धन से हिन्दू धर्म को समाप्त करने क़ा प्रयास यह सेकुलर सरकार रही है पाकिस्तान वा बंगलादेश को अलग कर दे तो भारत में हमारे मंदिर व मठ और हिन्दुओ की दशा कैसी है हम समझ सकते है हमारे ही धन व हमारे ही वोट से हमको समाप्त करने क़ा प्रयास हो रहा है हिन्दुओ कब जागोगे अबतो समय निकला जा रहा है सोनिया तो पोप क़े कहने पर ही करने वाली है चितंबरम ,मनमोहन तो उसके नौकर क़े समान है तुम्हे अपनी रक्षा स्वयं करनी होगी हम अपने ही देहस में गुलामी क़ा जीवन कब तक ब्यतीत करते रहेगे उठो जागो संघर्ष क़े लिए तैयार हो जाओ .

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2 टिप्पणियाँ

  1. जहां के लोगों में जितनी नफरत होती है, वहां ऐसा ही समाज बनता है। पकिस्तान तो बस इसका एक उदाहरण है। इसलिए प्रेम ही ऐसा मंत्र है जो पाकिस्तान जैसे समाजों को बदल सकता है।

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  2. पाकिस्तान हमारा सगा है । प्रेम एक मार्ग है । तो शक्ति दुसरा मार्ग है । हम दोनो, दोनो हिं मोर्चो पर कहि असफल तो नही ?

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